संदेश

आज ज्यादा नहीं लिख पाई

जिन्हें सिनेमा से प्यार होता है

क्यों रह जाता है अकेला सिनेमा रचने वाला

बेहद अकेला होता है सिनेमा रचने वाला

जो अभी तक किया गया है बेहद खास है

मेहनत तो सभी कर रहे है

ये भूमिका थी

नया परिवर्तन जरूरी है

DJ और रीमिक्स के जरिये पुराने संगीत को भुनाया जा रहा है

संगीत के बिना नहीं भारतीय सिनेमा की कल्पना

रेडिओ के जरिये हम सिनेमा से जुड़े थे