शायद लॉक डाउन लग जाये फिर
ना ना करते आखिर 2लाख 40000कोरोना मरीज मिले कल और अब लॉक डाउन की संभावना बढ़ गईं है. लोगों ने पहले ही कहा था कि जनवरी -फ़रवरी में बहुत ज्यादा बीमारी बढ़ जायेगी आखिर वंही हुआ. ये तीसरी लहर है जिसका जाने कबसे सबका इंतज़ार था वो आ ही गईं और आई है तो एक दिन जाएगी भी.
लेकिन इस तरह से लॉक डाउन लगने से अब जो जिंदगी पटरी पर आ रही थी फिर से सब रुक जायेगा पर जिंदगी ज्यादा जरूरी है. वाकई खबर उदास तो करती है लेकिन करें तो क्या करें?
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