संदेश

जनता की समस्या से मतलब नहीं

सच स्वीकारने की हिम्मत नहीं है

कुछ भी नया नहीं कर पा रहें

सिनेमा पृथ्वीराज कपूर से पृथ्वीराज तक

भोजपुरी फ़िल्म जैसा हाल हो गया फ़िल्म इंडस्ट्री का

वाफीक नहीं हीरो पृथ्वीराज से

पृथ्वीराज फ्लॉप क्यों?

पहले सिनेमा होता था

अब दर्शकों में वो उत्सुकता नहीं रही

कनेक्ट नहीं हो रहें ऑडीयंस

फ्लॉप मूवी आ रही है आजकल