संदेश

रोज सुबह ऑंखें खुल जाती है

आज मैंने सीखा ब्लॉग के बारे में

लेखकों का नहीं होता सम्मान..

भेड़चाल में फंसा बॉलीवुड

अपराध जगत से जुड़ गया था बॉलीवुड

जनता की समस्या से मतलब नहीं

सच स्वीकारने की हिम्मत नहीं है

कुछ भी नया नहीं कर पा रहें

सिनेमा पृथ्वीराज कपूर से पृथ्वीराज तक

भोजपुरी फ़िल्म जैसा हाल हो गया फ़िल्म इंडस्ट्री का

वाफीक नहीं हीरो पृथ्वीराज से